जम्मू,14/जनवरी/2019/ITNN>>> जम्मू-कश्मीर के गवर्नर सत्यपाल मलिक ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार की तारीफ की है। उन्होंने कहा, 'नीतीश कुमार नॉन सेंस सीएम नहीं हैं। उनके सत्ता में आने के बाद अपराध लगभग खत्म हो गया है। बिहार ने स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में काफी काम किया है। मैं सभी राजनेताओं से कहना चाहता हूं कि अगर आप राजनीति में ईमानदारी और नैतिकता सीखना चाहते हैं तो यह नीतीश कुमार से सीखना चाहिए।'
आप गोली चलाएं हम गुलदस्ता दें ऐसा नहीं होता
सत्यपाल मलिक ने सोमवार को आतंकियों को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि तो ऐसा नहीं हो सकता है कि आप गोली चलाएं और हम आपको फूल और गुलदस्ता भेजें। उन्होंने इसके साथ ही आतंकियों से हिंसा छोड़ मुख्यधारा में लौटने की अपील की और मुख्यधारा में आने वालों के पुनर्वास का भरोसा दिलाया। मलिक ने एक कार्यक्रम के इतर पत्रकारों से कहा,ऑपरेशन ऑल आउट जैसा यहां कुछ भी नहीं है। कुछ लोग इस गलत शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं।
हम चाहते हैं कि ये बच्चे (आतंकी) वापस लौटें और हम जो कुछ भी उनके लिए कर सकते हैं, करने के लिए तैयार हैं। वह कुछ राजनेताओं द्वारा आपरेशन ऑल आउट रोकने और कश्मीर घाटी में हत्या की जांच की मांग करने के आलोक में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। मलिक ने कहा,जब कोई आतंकी कहीं भी गोली चलाता है और विस्फोटक फेंकता है। तो ऐसा नहीं हो सकता है कि आप गोली चलाएं और हम आपको फूल और गुलदस्ता भेजें।
हमारी तरफ से ऑपरेशन ऑल आउट नहीं चलाया जा रहा है। उन्हें (आतंकियों को) यह रास्ता छोड़ देना चाहिए,क्योंकि इससे उन्हें कुछ नहीं मिलेगा। नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने हाल मे बयान दिया था कि उनकी पार्टी की अगर राज्य में सरकार बनती है तो वह राज्य में हुई हत्याओं की जांच के लिए वह अलग से एक आयोग का गठन करेंगे। इस संबंध में पूछे जाने पर राज्यपाल ने कहा,वह रोज कुछ न कुछ बयानबाजी करते रहते हैं। वह एक वरिष्ठ राजनेता हैं। इसलिए उनके बारे में टिप्पणी करना ठीक नहीं है।
नेता वोट के लिए किसी हद तक जा सकते
कुछ राजनेताओं के हालिया बयान के बारे में पूछे जाने पर मलिक ने कहा,वे सब राजनेता हैं और उनकी राजनीतिक जरूरतें हैं। लोग वोट के लिए इस देश में बहुत दूर जा सकते हैं। मैं सबकी जरूरतों का समझता हूं और उनका सम्मान करता हूं।
चुनाव के लिए प्रशासन तैयार
राज्य में विधानसभा चुनावों के बारे में पूछे जाने पर राज्यपाल ने कहा कि उनका प्रशासन इसके लिए तैयार है। जब निर्वाचन आयोग इसका निर्णय करेगा हम चुनाव कराएंगे।