Monday, October 20, 2025
Insight TV News
Advertisement
  • देश
  • विदेश
  • मध्यप्रदेश स्पेशल
  • राज्य
    • मध्य प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
  • बिज़नेस
  • खेल
  • मनोरंजन
  • टेक
  • धर्म ज्योतिष
  • लाइफस्टाइल
  • ख़ास मुद्दा
  • इनसाइट फीचर
  • अन्य
    • संपादक की कलम से
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • अतिथि आलेख
No Result
View All Result
  • देश
  • विदेश
  • मध्यप्रदेश स्पेशल
  • राज्य
    • मध्य प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
  • बिज़नेस
  • खेल
  • मनोरंजन
  • टेक
  • धर्म ज्योतिष
  • लाइफस्टाइल
  • ख़ास मुद्दा
  • इनसाइट फीचर
  • अन्य
    • संपादक की कलम से
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • अतिथि आलेख
No Result
View All Result
Insight TV News
No Result
View All Result

भारत की मेट्रो क्रांति: 2014 से 2025 तक नेटवर्क हुआ चार गुना बढ़ा

Insight TV Admin by Insight TV Admin
August 16, 2025
in देश
0
भारत की मेट्रो क्रांति: 2014 से 2025 तक नेटवर्क हुआ चार गुना बढ़ा
0
SHARES
0
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp

नई दिल्ली

देश के शहरी परिवहन में तेजी लाने और स्थायी परिवहन समाधान सुनिश्चित करने के लिए, सरकार ने कई परिवर्तनकारी पहल शुरू की हैं। इन कदमों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि मेट्रो परियोजनाएं टिकाऊ, आर्थिक रूप से व्यवहार्य और तकनीकी रूप से उन्नत हों। दूरदर्शी नीतियों, साहसिक निवेशों और स्मार्ट साझेदारियों के माध्यम से, सरकार एक स्वच्छ, तेज़ और अधिक कनेक्टेड शहरी भविष्य की नींव रख रही है।

भारत का मेट्रो नेटवर्क 248 किमी (2014) से बढ़कर 1,013 किमी (2025) हो गया है। भारत ने ₹2.5 लाख करोड़ (28.86 बिलियन अमेरिकी डॉलर) का निवेश किया है और घरेलू स्तर पर 2,000 से ज्यादा मेट्रो कोच बनाए हैं। वहीं, मेक इन इंडिया, सौर ऊर्जा से चलने वाले स्टेशन और चालक रहित मेट्रो जैसी पहल स्वच्छ और भविष्य के लिए तैयार परिवहन (मोबिलिटी) को बढ़ावा दे रही हैं।

भारत की मेट्रो यात्रा इसकी शहरी जागृति का प्रतीक

वर्ष 2000 के दशक की शुरुआत में दिल्ली के बड़े उपनगरों में बिछाई गई पहली रेल पटरियों से लेकर अब 20 से ज्यादा भारतीय शहरों में फैले व्यस्त, तकनीक-संचालित नेटवर्क तक, भारत की मेट्रो यात्रा इसकी शहरी जागृति का प्रतीक है। तेज जन परिवहन की दिशा में एक सतर्क कदम के रूप में शुरू हुआ यह सफर आज एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन में बदल गया है, जिसने दैनिक आवागमन को सुव्यवस्थित किया है, शहर की भीड़भाड़ को कम किया है और इस क्षेत्र को नया आकार दिया है।

देखा जाये तो, मेट्रो अब केवल परिवहन का एक साधन नहीं है, यह भारत की विकास गाथा के केंद्र में धड़कती एक जीवनरेखा है, जो महत्वाकांक्षा, नवाचार और टिकाऊ शहरी जीवन के दृष्टिकोण से प्रेरित है। भारत अब दुनिया के तीसरे सबसे बड़े मेट्रो नेटवर्क के रूप में गर्व से खड़ा है, जिससे शहरी परिवहन विस्तार में इसकी तेज प्रगति का पता चलता है।

परिचालन का विस्तार

आपको बता दें, भारत का परिचालन मेट्रो नेटवर्क 5 शहरों में 248 किमी (2014) से बढ़कर मई 2025 तक 23 शहरों में 1,013 किमी हो गया है, यानी केवल 11 वर्षों में 763 किमी की वृद्धि हुई है। औसत दैनिक सवारियों की संख्या 28 लाख (2013-14) से बढ़कर 1.12 करोड़ से अधिक हो गई है, जो शहरी आवागमन में एक परिवर्तनकारी बदलाव का प्रतीक है।

मेट्रो विकास के आंकड़े

नई लाइनें चालू करने की गति नौ गुना बढ़ गई है: 0.68 किमी/माह (2014 से पहले) से बढ़कर आज लगभग 6 किमी/माह हो गई है।
2025-26 के लिए वार्षिक मेट्रो बजट ₹34,807 करोड़ है, जो 2013-14 के ₹5,798 करोड़ से छह गुना से भी अधिक है।

भविष्य की दिशा: सरकार द्वारा उठाए गए प्रमुख कदम-

मेट्रो रेल नीति, 2017

मेट्रो रेल नीति 2017 शहरों को कॉम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान्स (सीएमपी) तैयार करने और शहरी महानगरीय परिवहन प्राधिकरण (यूएमटीए) स्थापित करने का निर्देश देती है ताकि मेट्रो प्रणालियों के विकास का मार्गदर्शन किया जा सके और स्थिरता, आर्थिक व्यवहार्यता और एकीकृत शहरी गतिशीलता पर विशेष बल दिया जा सके। केंद्रीय वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए, मेट्रो परियोजनाओं को न्यूनतम 14% का इकोनॉमिक इंटरनल रेट ऑफ रिटर्न (ईआईआरआर) सुनिश्चित करना होगा और सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के माध्यम से निजी क्षेत्र की अनिवार्य भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी।

मेट्रो रेल प्रणालियों के लिए मेक इन इंडिया

महत्वाकांक्षी मेक-इन-इंडिया अभियान के तहत, सरकार ने कम से कम 75% मेट्रो कारों और 25% प्रमुख उपकरणों व उप-प्रणालियों की घरेलू खरीद का प्रावधान किया है- यह स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा देने और परिवहन क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने की दिशा में एक साहसिक कदम है।

वहीं, पिछले दस वर्षों में, भारत ने अपने मेट्रो नेटवर्क के विस्तार में लगभग ₹2.5 लाख करोड़ (28.86 बिलियन अमेरिकी डॉलर) का निवेश किया है। इस गति ने मेट्रो कोचों के स्थानीय निर्माण को बढ़ावा दिया है। रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत एक सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम (पीएसयू), भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (बीईएमएल) ने मई 2024 तक दिल्ली, जयपुर, कोलकाता, बेंगलुरु और मुंबई जैसे शहरों में 2,000 से अधिक मेट्रो कोचों की आपूर्ति की है, जिससे घरेलू क्षमताएं मज़बूत हुई हैं और आयात पर निर्भरता कम हुई है।

वैश्विक साझेदारियों से मेट्रो नेटवर्क के विकास को भी गति

वैश्विक साझेदारियां देश में मेट्रो नेटवर्क के विकास को भी गति दे रही हैं। ऐसी ही एक परियोजना, मुंबई मेट्रो लाइन 3 (एमएमएल-3), ₹23,136 करोड़ (2.67 बिलियन अमेरिकी डॉलर) के भारी निवेश से शहरी परिवहन में आमूल-चूल परिवर्तन लाएगी। ₹13,235 करोड़ (1.53 बिलियन अमेरिकी डॉलर) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा या कुल वित्तपोषण का 57.2%, जापान इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन एजेंसी (जेआईसीए) द्वारा ऋण सहायता के रूप में प्रदान किया जा रहा है। शेष धनराशि भारत सरकार, महाराष्ट्र राज्य सरकार/मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) द्वारा संयुक्त रूप से प्रदान की जा रही है, जो इसे बुनियादी ढांचे के विकास में अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू सहयोग का एक सशक्त उदाहरण बनाता है।

ग्रीन अर्बन मोबिलिटी

भारत की मेट्रो रेल प्रणालियां हरित नवाचारों को अपना रही हैं। दिल्ली मेट्रो ने ओखला विहार में एक एलिवेटेड वायडक्ट पर एक वर्टिकल बाइ-फेसियल सोलर प्लांट और खैबर पास डिपो में 1 मेगावाट का रूफटॉप सोलर प्लांट स्थापित किया है, जो भूमि-मुक्त नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग में अग्रणी है। रिजेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम जैसी अन्य हरित पहल, जिन्हें महानगरों में व्यापक रूप से अपनाया गया है, ब्रेकिंग ऊर्जा को बिजली में परिवर्तित करके बिजली बचाने और कार्बन उत्सर्जन को कम करने में मदद करती हैं। इसके अतिरिक्त, दिल्ली, कोच्चि, नागपुर और पुणे जैसे शहरों के कई मेट्रो स्टेशनों को इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (आईजीबीसी) प्रमाणन प्राप्त हुए हैं, जो पर्यावरण-अनुकूल बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देते हैं। ये प्रयास भारत के स्थिरता लक्ष्यों के अनुरूप हैं और स्वच्छ शहरी गतिशीलता में मेट्रो की बढ़ती भूमिका को दर्शाते हैं।

भारत की मेट्रो रेल में अत्याधुनिक नवाचार

उल्लेखनीय है, देश की मेट्रो प्रणालियां न केवल आकार में बढ़ रही हैं, बल्कि उनकी बुद्धिमत्ता भी विकसित हो रही है। स्वचालन, डिजिटलीकरण और स्थिरता की ओर बढ़ते ज़ोर के साथ, देश भर की मेट्रो कंपनियां नई तकनीकों को अपना रही हैं।

नमो भारत ट्रेन

    भारत की पहली अत्याधुनिक हाई-स्पीड क्षेत्रीय ट्रेन
    160 किमी/घंटा की परिचालन गति (डिजाइन गति: 180 किमी/घंटा) पर चलती है।
    दिल्ली-मेरठ क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) पर चलाई गई

अंडरवाटर मेट्रो

    2024 में, भारत ने कोलकाता में अपनी पहली अंडरवाटर मेट्रो सुरंग शुरू करके एक बड़ी उपलब्धि हासिल की, जो हुगली नदी के नीचे एस्प्लेनेड को हावड़ा मैदान से जोड़ेगी।
    इंजीनियरिंग का यह चमत्कार भारत की बढ़ती तकनीकी और अवसंरचनात्मक क्षमता का प्रतीक है।

वाटर मेट्रो

    केरल का कोच्चि, वाटर मेट्रो शुरू करने वाला भारत का पहला शहर बन गया।
    वाटर मेट्रो निर्बाध और पर्यावरण-अनुकूल परिवहन के लिए इलेक्ट्रिक-हाइब्रिड नावों का उपयोग करके 10 द्वीपों को जोड़ती है

यूरोपियन ट्रेन कंट्रोल सिस्टम (ईटीसीएस) लेवल II सिग्नलिंग

    एलटीई रेडियो बैकबोन का उपयोग करते हुए हाइब्रिड लेवल III सिस्टम वाला दुनिया का पहला ईटीसीएस लेवल II।
    नमो भारत मार्ग पर ट्रेन सुरक्षा, गति और वास्तविक समय की निगरानी को बेहतर बनाता है।

प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर (पीएसडी)

    भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित।
    यात्री सुरक्षा को बढ़ाता है और प्लेटफॉर्म-स्तरीय दुर्घटनाओं को कम करता है।

नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड

    एकीकृत एक राष्ट्र, एक कार्ड समाधान।
    मेट्रो, बसों, उपनगरीय रेल, टोल और खुदरा दुकानों में निर्बाध यात्रा को सक्षम बनाता है।
    क्यूआर-आधारित टिकटिंग
    मोबाइल
ऐप-आधारित क्यूआर टिकट, टिकटिंग अनुभव को सरल और डिजिटल बनाते हैं।

मानवरहित रेल संचालन (यूटीओ)

गौरतलब हो, दिल्ली मेट्रो के कई हिस्सों में चालक रहित तकनीक काम कर रही है, और इसकी शुरुआत 2020 में मैजेंटा लाइन पर की गई थी। इससे दक्षता बढ़ती है और मानव निर्भरता कम होती है।

स्वदेशी स्वचालित रेल पर्यवेक्षण प्रणाली (आई-एटीएस)

भारत में पहली बार स्थानीय स्तर पर विकसित, एटीएस रेल संचालन और सिग्नलिंग का स्वचालित स्थानीय और केंद्रीय नियंत्रण और निगरानी प्रदान करता है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) और बीईएल द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित, यह प्रणाली अब दिल्ली मेट्रो की रेड लाइन पर सक्रिय है।

प्रस्तावित मेट्रो परियोजनाएं

भारत में मेट्रो का विस्तार योजना और अनुमोदन के चरणों में नई परियोजनाओं की बाढ़ के साथ गति पकड़ रहा है। इसका उद्देश्य अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी में सुधार, शहरी विकास को बढ़ावा देना और उभरते और स्थापित शहरों में स्वच्छ, तेज और अधिक समावेशी सार्वजनिक परिवहन प्रदान करना है। इन आगामी परियोजनाओं में से कुछ इस प्रकार हैं-

पुणे मेट्रो रेल परियोजना चरण-2

पुणे मेट्रो चरण-2, जिसमें 13 स्टेशनों के साथ 12.75 किमी लंबाई का दो एलिवेटेड कॉरिडोर (वनाज़-चांदनी चौक और रामवाड़ी-वाघोली) शामिल है, को मंजूरी दे दी गई है और इसे चार वर्षों के भीतर पूरा करने की योजना है। विस्तार से आईटी केंद्रों, शैक्षणिक संस्थानों और इंटरसिटी बस टर्मिनलों तक पहुंच में सुधार होगा, जिससे सार्वजनिक परिवहन का हिस्सा बढ़ेगा।

दिल्ली मेट्रो

    एरोसिटी-तुगलकाबाद कॉरिडोर का इंदिरा गांधी घरेलू टर्मिनल-1 तक विस्तार (2.16 किमी, भूमिगत)।
    मैजेंटा लाइन विस्तार (लाइन 8) – रामकृष्ण आश्रम मार्ग से इंद्रप्रस्थ (9.913 किमी, भूमिगत)।
    गोल्डन लाइन विस्तार (लाइन 10) – तुगलकाबाद से कालिंदी कुंज (9 किमी, एलिवेटेड)।
    नोएडा सेक्टर-51 से नॉलेज पार्क V (17.435 किमी)।

अहमदाबाद मेट्रो रेल परियोजना चरण-2ए

    सरदार वल्लभभाई पटेल हवाई अड्डे (6.032 किमी) से सीधी कनेक्टिविटी के लिए अहमदाबाद मेट्रो का विस्तार।
    इस विस्तार से दैनिक यात्रियों, हवाई अड्डे के कर्मचारियों और शहर भर के निवासियों के लिए हवाई अड्डे तक सुविधाजनक और तेज पहुंच सुनिश्चित होगी।

बेंगलुरु मेट्रो चरण-3

    केंद्र सरकार ने ₹15,600 करोड़ की लागत से चरण-3 के 45 किमी हिस्से को मंजूरी दी है।
    वर्तमान में, शहर में 75 किमी मेट्रो चालू है और 145 किमी निर्माणाधीन है।

जल मेट्रो का विस्तार

कोच्चि मेट्रो के मॉडल के अनुरूप, सरकार ने असम के गुवाहाटी, डिब्रूगढ़ और तेजपुर सहित भारत भर के 24 शहरों में जल मेट्रो विस्तार सेवाओं के लिए तकनीकी व्यवहार्यता अध्ययन को मंजूरी दे दी है। इस विस्तार से कनेक्टिविटी में सुधार, सड़क भीड़भाड़ को कम करने और शहरों में स्थायी परिवहन को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।

दरअसल, दिल्ली के चहल-पहल वाले प्लेटफॉर्म से लेकर सूरत और भोपाल की उभरती हुई रेल लाइनों तक, मेट्रो चुपचाप एक नए भारत का ताना-बाना बुन रही हैं, जो तेज, कुशल और स्वच्छ हैं। ये सिर्फ़ ट्रेनें नहीं हैं, ये कल के भारत की जीवनरेखा हैं, जो न सिर्फ यात्रियों को, बल्कि महत्वाकांक्षा, समानता और लचीलापन भी प्रदान करती हैं।

भारत 2030 तक 7.3 ट्रिलियन डॉलर की अनुमानित जीडीपी के साथ दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की आकांक्षा रखता है, ऐसे में मेट्रो रेल जैसा मजबूत सार्वजनिक परिवहन इसके विकास की रीढ़ बनेगा, लोगों को जोड़ेगा, शहरों को ऊर्जा प्रदान करेगा और पृथ्वी की रक्षा करेगा।

 

Tags: featuredmetro train
Previous Post

कंप्यूटर पर लंबे समय तक काम करना बढ़ा रहा है यह गंभीर खतरा, बचाव के सरल उपाय जानें

Next Post

2025 में सऊदी अरब तोड़ सकता है फांसी का रिकॉर्ड, एक ही दिन में आठ लोगों को हुई सजा

Insight TV Admin

Insight TV Admin

Next Post
2025 में सऊदी अरब तोड़ सकता है फांसी का रिकॉर्ड, एक ही दिन में आठ लोगों को हुई सजा

2025 में सऊदी अरब तोड़ सकता है फांसी का रिकॉर्ड, एक ही दिन में आठ लोगों को हुई सजा

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

  • Latest
  • Trending
  • Comments
20 अक्टूबर 2025 राशिफल: मकर राशि को मिलेंगे शुभ संकेत, जानें बाकी राशियों का हाल

20 अक्टूबर 2025 राशिफल: मकर राशि को मिलेंगे शुभ संकेत, जानें बाकी राशियों का हाल

October 19, 2025
फेस्टिव सीजन की रफ्तार: कारों से लेकर गोल्ड कॉइन तक बिक्री ने तोड़ा रिकॉर्ड

फेस्टिव सीजन की रफ्तार: कारों से लेकर गोल्ड कॉइन तक बिक्री ने तोड़ा रिकॉर्ड

October 19, 2025
मार्क ज़करबर्ग की पसंदीदा कंपनी ने कर्मचारियों को किया बाहर, निवेश के बाद बड़ा झटका

मार्क ज़करबर्ग की पसंदीदा कंपनी ने कर्मचारियों को किया बाहर, निवेश के बाद बड़ा झटका

October 19, 2025
मुंबई एयरपोर्ट पर बड़ा धमाका: डीआरआई ने 1.2 किलो सोना जब्त किया, दो कर्मचारी गिरफ्तार

मुंबई एयरपोर्ट पर बड़ा धमाका: डीआरआई ने 1.2 किलो सोना जब्त किया, दो कर्मचारी गिरफ्तार

October 19, 2025
मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने बुजुर्गों संग मनाई दीवाली

मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने बुजुर्गों संग मनाई दीवाली

October 19, 2025
देश में बन गया कम दबाव का क्षेत्र, अगले 7 दिन इन राज्यों में बरसेंगे मूसलाधार बारिश के बादल

देश में बन गया कम दबाव का क्षेत्र, अगले 7 दिन इन राज्यों में बरसेंगे मूसलाधार बारिश के बादल

October 19, 2025
पटाखों की राजनीति: पुरंदर मिश्रा का कांग्रेस पर तंज, सुशील आनंद ने किया जबरदस्त पलटवार

पटाखों की राजनीति: पुरंदर मिश्रा का कांग्रेस पर तंज, सुशील आनंद ने किया जबरदस्त पलटवार

October 19, 2025
रायपुर रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ का सख्त एक्शन, IG-DIG भी मौके पर

रायपुर रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ का सख्त एक्शन, IG-DIG भी मौके पर

October 19, 2025
Zoho Vani क्या है? अरट्टई के बाद Zoho का नया Free AI टूल चर्चा में!

Zoho Vani क्या है? अरट्टई के बाद Zoho का नया Free AI टूल चर्चा में!

October 4, 2025
PoK में विरोध-प्रदर्शन जारी, अब तक 12 मौतें; UN में उठी आवाज़, पाक पर मानवाधिकार हनन का आरोप

PoK में विरोध-प्रदर्शन जारी, अब तक 12 मौतें; UN में उठी आवाज़, पाक पर मानवाधिकार हनन का आरोप

October 3, 2025
फ्रूट फारेस्ट्री योजना से महिलाओं को मिलेगा स्व-रोजगार : राज्यपाल  पटेल

फ्रूट फारेस्ट्री योजना से महिलाओं को मिलेगा स्व-रोजगार : राज्यपाल पटेल

October 7, 2025
सीएम डॉ. मोहन यादव बोले – कलेक्टर्स स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाएं, अस्पतालों का करें नियमित निरीक्षण

सीएम डॉ. मोहन यादव बोले – कलेक्टर्स स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाएं, अस्पतालों का करें नियमित निरीक्षण

October 7, 2025
भारतीय खिलाड़ियों की विदेशी टी20 लीग में एंट्री! 1 दिसंबर से शुरू होगा नया सफर

भारतीय खिलाड़ियों की विदेशी टी20 लीग में एंट्री! 1 दिसंबर से शुरू होगा नया सफर

October 7, 2025

डीजीपी कैलाश मकवाणा बोले – पुलिस का उद्देश्य सिर्फ अपराध नियंत्रण नहीं, जनता का विश्वास जीतना भी जरूरी

October 7, 2025
साइबर अपराध पर आधारित फिल्म ‘कंट्रोल’ 10 अक्टूबर को सिनेमाघरों में होगी रिलीज

साइबर अपराध पर आधारित फिल्म ‘कंट्रोल’ 10 अक्टूबर को सिनेमाघरों में होगी रिलीज

October 7, 2025
बिहार चुनाव में निष्पक्षता की जिम्मेदारी: J&K से आईं CRPF की 71 कंपनियां मैदान में

बिहार चुनाव में निष्पक्षता की जिम्मेदारी: J&K से आईं CRPF की 71 कंपनियां मैदान में

October 7, 2025
ब्रह्मास्त्र: ब्रह्मोस से भी ताकतवर, दुश्मन के एयर डिफेंस जोन में बिना घुसे करेगा तबाही

ब्रह्मास्त्र: ब्रह्मोस से भी ताकतवर, दुश्मन के एयर डिफेंस जोन में बिना घुसे करेगा तबाही

0
महाराष्ट्र में भारी बारिश का अलर्ट, मुंबई में येलो चेतावनी जारी

महाराष्ट्र में भारी बारिश का अलर्ट, मुंबई में येलो चेतावनी जारी

0
कोयंबटूर में सेव एनर्जी मुहिम, 122 स्थानों पर लगे मोशन सेंसर सोलर स्ट्रीट लाइट

कोयंबटूर में सेव एनर्जी मुहिम, 122 स्थानों पर लगे मोशन सेंसर सोलर स्ट्रीट लाइट

0
चीन का रोबोटिक कमाल! क्या इंसानों की नौकरियों पर आ गया खतरा?

चीन का रोबोटिक कमाल! क्या इंसानों की नौकरियों पर आ गया खतरा?

0
जर्मनी के रेडलाइट इलाकों में बढ़ी चीनी लड़कियों की मौजूदगी, कर रही हैं मोटी कमाई

जर्मनी के रेडलाइट इलाकों में बढ़ी चीनी लड़कियों की मौजूदगी, कर रही हैं मोटी कमाई

0
10 साल में प्रदेश के 69 निजी इंजीनियरिंग कॉलेज बंद, भोपाल और इंदौर सबसे आगे

10 साल में प्रदेश के 69 निजी इंजीनियरिंग कॉलेज बंद, भोपाल और इंदौर सबसे आगे

0
प्रदेश में निर्माण स्थलों के इंजीनियर के साथ ड्रोन से होगी निगरानी

प्रदेश में निर्माण स्थलों के इंजीनियर के साथ ड्रोन से होगी निगरानी

0
नेशनल लोक अदालत 13 सितंबर को: बिजली चोरी और अन्य अनियमितताओं के मामलों में हो सकेंगे समझौते

नेशनल लोक अदालत 13 सितंबर को: बिजली चोरी और अन्य अनियमितताओं के मामलों में हो सकेंगे समझौते

0

About Us

Insight TV News – एक ऑनलाइन मंच है जहाँ देश-विदेश की ताज़ा ख़बरें, राजनीति, खेल, मनोरंजन, तकनीक और व्यवसाय से जुड़ी जानकारियाँ तुरंत उपलब्ध होती हैं। पाठकों को नवीनतम घटनाओं से जोड़े रखती है और हर समय, हर जगह समाचार पढ़ने की सुविधा प्रदान करती है।

Categories

  • ख़ास मुद्दा
  • खेल
  • छत्तीसगढ़
  • टेक
  • देश
  • धर्म ज्योतिष
  • बिज़नेस
  • मध्य प्रदेश
  • मध्यप्रदेश स्पेशल
  • मनोरंजन
  • राज्य
  • लाइफस्टाइल
  • विदेश

Contact Us

B-29, IT Park, Badwai
Near RGPV, Bhopal (M. P.) – 462033

Mobile: +91 93036 09004
Email: insighttvnews@gmail.com

WhatsApp: +91 93036 09004

  • Home
  • About Us
  • Advertise
  • Contact Us
  • MP Info RSS Feed
  • Privacy Policy

Copyright © 2025 Insight TV News. All Rights Reserved

No Result
View All Result
  • About Us
  • Advertise
  • Contact Us
  • Home
  • MP Info RSS Feed
  • Privacy Policy

Copyright © 2025 Insight TV News. All Rights Reserved