
प्रदेश की कानून-व्यवस्था एवं पुलिस कार्यप्रणाली पर डीजीपी कैलाश मकवाणा ने की गहन समीक्षा बैठक
भोपाल, 7 अक्टूबर 2025 : प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कैलाश मकवाणा ने पुलिस मुख्यालय, भोपाल के नए कॉन्फ्रेंस हॉल में एक व्यापक समीक्षा बैठक आयोजित की। बैठक में सभी जोनल आईजी, डीआईजी, एसपी और विभिन्न शाखाओं के अधिकारी शामिल हुए। इस बैठक का उद्देश्य प्रदेश की कानून-व्यवस्था, अपराध नियंत्रण, स्टाफ प्रबंधन और प्रशासनिक सुधारों की समीक्षा करना था।
डीजीपी मकवाणा ने कहा कि पुलिस की कार्यप्रणाली में निरंतर सुधार और आधुनिक तकनीक का उपयोग समय की मांग है। उन्होंने स्पष्ट किया कि कानून-व्यवस्था केवल अपराध नियंत्रण तक सीमित नहीं, बल्कि समाज में शांति, विश्वास और सुरक्षा का वातावरण बनाना भी पुलिस की जिम्मेदारी है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वीवीआईपी कार्यक्रमों में पूरी सतर्कता रखें, संवेदनशील मामलों में त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई करें और साइबर अपराध, नक्सल गतिविधियों तथा नशे के नेटवर्क पर ठोस कार्रवाई करें। डीजीपी ने कहा कि “अच्छे कार्यों की सराहना की जाए और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को पुरस्कृत किया जाए।”
उन्होंने बताया कि विभाग में रिक्त पदों की पूर्ति के लिए 8500 पदों पर भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ की जा चुकी है। नक्सल समस्या के समाधान के लिए भी प्रभावी कदम उठाए गए हैं।
महिला सुरक्षा, साइबर अपराध और सड़क सुरक्षा पर विशेष ध्यान
डीजीपी ने कहा कि महिला सुरक्षा, साइबर अपराध और सड़क सुरक्षा आज बड़ी चुनौतियां हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी सतर्कता और जिम्मेदारी के साथ कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि स्टाफ ऑडिट तेजी से पूरा कर फोर्स का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने सिंहस्थ 2028 जैसे बड़े धार्मिक आयोजन की तैयारियां अभी से शुरू करने के निर्देश दिए, ताकि भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा और ट्रैफिक नियंत्रण की मजबूत व्यवस्था बनाई जा सके।
आधुनिक पुलिसिंग पर जोर
डीजीपी मकवाणा ने कहा कि डायल-112, सीसीटीएनएस और जनसुनवाई पोर्टल जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को और सशक्त बनाया जाए, ताकि जनता की शिकायतों का तुरंत और निष्पक्ष समाधान हो सके। सभी थानों को न्यायालयों के निर्देशों का पालन प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने कहा कि अनुशासन, व्यवहारिक संतुलन और प्रोफेशनलिज्म पुलिस कार्य का आधार होना चाहिए। थाना स्तर पर नागरिकों से संवाद करते समय संयम, संवेदनशीलता और त्वरित कार्रवाई दिखाना जरूरी है, जिससे जनता में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़े।
डीजीपी मकवाणा ने कहा कि फील्ड स्तर पर पुलिस ने कई गंभीर प्रकरणों में बेहतरीन कार्य किया है – संपत्ति बरामदगी और अपराधियों की गिरफ्तारी में सभी अधिकारियों का योगदान सराहनीय है।
उन्होंने सभी इकाइयों में स्टाफ रोटेशन समय पर करने और स्ट्रेस मैनेजमेंट व माइक्रो बीट सिस्टम लागू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मानसिक रूप से स्वस्थ और संतुलित पुलिस बल ही जनता को बेहतर सेवा दे सकता है।
अंत में डीजीपी मकवाणा ने कहा कि “पुलिस का कार्य केवल अपराध नियंत्रण नहीं, बल्कि जनता के मन में विश्वास और पारदर्शी छवि बनाना भी उतना ही जरूरी है।”